योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय, इतिहास | Yogi Adityanath Biography in Hindi 2025
(Yogi Adityanath Biography in Hindi] (Age, Full Name, News, Wife, Status, Caste, Contact Number, Kundli, Twitter, Election, Seat, Constituency 2022)योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय, पूरा नाम, इतिहास, पत्नी का नाम, वाइफ, प्रेमिका, क्रिमिनल हिस्ट्री,भाई, परिवार, शिक्षा, सैलरी, उम्र, शिक्षा, राजनीतिक जीवन, नेटवर्थ
योगी आदित्यनाथ बायोग्राफी [Yogi Adityanath Biography in Hindi]
दोस्तों, आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे है, जिसका नाम अपने कई बार उत्तर प्रदेश की राजनीती की खबरों में सुना होगा। जी, हां उनका नाम है श्री योगी आदित्यनाथ जी जोकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके है। हम इस लेख में योगी आदित्यनाथ के प्रारंभिक जीवन, राजनैतिक जीवन, परिवार और मुख्यमंत्री के रूप में प्राप्त की गयी उपलब्धियों के बारें में जानेंगे।
योगी आदित्यनाथ जीवन परिचय, प्रारंभिक जीवन, शिक्षा, परिवार
योगी आदित्यनाथ जी का नाम वैसे तो कई बार सुर्खियों में रहता है, लेकिन सबसे ज्यादा उनको सुर्खियों तब देखा गया जब उनका नाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप घोषित किया गया था। सन् 19 मार्च 2017 रविवार के दिन उन्होंने यूपी(उत्तर प्रदेश ) के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। अब उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपने पाँच वर्ष भी पुरे कर लिए है। योगी आदित्यनाथ जी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान अपने हाथों में ली थी।
योगी आदित्यनाथ हिन्दू युवा वाहिनी संगठन (Yogi Adityanath Hindu Yuva Vahini)
हिन्दू युवा वाहिनी योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित केवल हिन्दुओं का संगठन है. इस संगठन पर पुलिस ने सन 2005 में मउ में हुए दंगों का आरोप लगाया. इस दंगे में ये हिन्दू दल मुख़्तार अंसारी नाम के एक विधायक, जिस पर भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक कृष्णानंदा राय की हत्या का आरोप था, के विरोध में दंगा किया था. इसके साथ ही हिन्दू युवा वाहिनी पर 2007 में गोरखपुर दंगे का भी आरोप लगा.
योगी आदित्यनाथ जीवन परिचय (Yogi Adityanath Biography in Hindi)
नाम (Name) | योगी आदित्यनाथ |
असली नाम (Real Name ) | अजय सिंह बिष्ट |
अन्य नाम (Other Name ) | महंत योगी आदित्यनाथ |
निक नेम ( Nick name) | योगी |
जन्म तारीख (Date of birth) | 5 जून 1972 |
उम्र( Age) | 49 साल (2022 में ) |
शिक्षा (Education ) | गणित में स्नातक (बीएससी) |
स्कूल (School ) | पुरी प्राइमरी स्कूल, उत्तराखंड |
कॉलेज (Collage) | गढ़वाल यूनिवर्सिटी, श्रीनगर, उत्तराखंड |
राशि (Zodiac Sign) | मिथुन राशि |
जन्म स्थान (Place of born ) | पंचुर जिला, पुरी गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत |
बालो का रंग( Hair Color) | काला |
नागरिकता(Nationality) | भारतीय |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
जाति (Cast ) | ठाकुर |
आध्यात्मिक गुरु (Spiritual Guru) | महंत अवैद्यनाथ महाराज |
पेशा (Occupation) | भारतीय राजनीतिज्ञ, धार्मिक मिशनरी |
राजनितिक शुरुआत (Debut) | 1998 में जब वे पहली बार सांसद बने |
राजनीतिक दल (Political Party) | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अविवाहित (ब्रह्मचारी) |
गृहनगर (Hometown) | गोरखपुर, उत्तरप्रदेश, भारत |
लंबाई (Height) | 5 फ़ीट 4 इंच |
आँखों का रंग (Eye Color) | काला |
कुल संपत्ति (Net Worth ) | लगभग 72 लाख प्रति वर्ष |
योगी आदित्यनाथ जीवन परिचय
योगी आदित्यनाथ का जन्म (Yogi Adityanath Birth)
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को पंचूर, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड में हुआ था। योगी आदित्यनाथ एक क्षत्रिय परिवार से हैं । उनके माता-पिता ने उनका नाम अजय रखा था और उनका असली नाम अजय मोहन बिष्ट है।
उनकी दीक्षा के बाद, उन्हें “योगी आदित्यनाथ” नाम दिया गया। उनके पिता, आनंद सिंह बिष्ट एक वन रेंजर थे, जिनकी 20 अप्रैल 2020 को एम्स, नई दिल्ली में पुरानी बीमारी से मृत्यु हो गई थी।
उनकी मां सावित्री देवी गृहिणी हैं। वह अपने परिवार में चार भाइयों और तीन बहनों के बीच दूसरे स्थान पर है। उनकी बहन शशि (3 बहनों में सबसे बड़ी) उत्तराखंड में चाय की दुकान चलाती हैं। वह कहती है कि वह पहाड़ियों में खुश है और स्थानांतरित नहीं होना चाहती।
उनके सबसे छोटे भाई, शैलेंद्र मोहन, गढ़वाल स्काउट्स यूनिट में सूबेदार हैं और भारत-चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास तैनात हैं।
योगी आदित्य नाथ की शिक्षा ( Yogi Adityanath Education )
उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा पौड़ी और ऋषिकेश के स्थानीय स्कूलों से प्राप्त की। उन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, उत्तराखंड से पढ़ाई की और 1992 में गणित में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
योगी आदित्य नाथ का शुरुआती जीवन ( Yogi Adityanath Early Life )
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 में उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में एक राजपूत परिवार में हुआ. बचपन में इनका नाम अजय सिंह था. इनके पिता महंत आनंद सिंह बिश्त जी महाराज गुरु गोरखनाथ मंदिर के महंत थे. उनकी मृत्यु के बाद योगी अब स्वयं इस मंदिर के महंत हैं. इन्होने एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय विज्ञान में स्नातक किया है. इन्होने हिन्दू युवाओं को एक साथ लाकर हिन्दू युवा वाहिनी का निर्माण किया. ये संगठन सदैव ही किसी न किसी तरह के विवादों में उलझा रहता है.
योगी आदित्य नाथ परिवार (Yogi Adityanath Family)
पिता का नाम | आनंद सिंह बिश्त |
माता का नाम | सावित्री देवी |
भाई का नाम | महेंद्र सिंह बिश्त एवं 2 और है |
बहन का नाम | शशि एवं 2 और है |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
पत्नी (Wife) | नहीं है |
प्रेमिका (Girlfriend) | नहीं है |
योगी जी के पिता आनंद सिंह बिश्त एक फारेस्ट रेंजर थे, वहां से रिटायर होने के बाद वे गोरखनाथ मंदिर के महंत बने. इनके भाई महेंद्र सिंह बिश्त भारतीय आर्मी में हैं एवं अन्य 2 भाई कॉलेज में काम करते हैं. इनकी एक बड़ी बहन एवं 2 छोटी बहन है. यानि कुल मिलाकर ये 7 भाई बहन हैं.
योगी आदित्यनाथ हिन्दू युवा वाहिनी संगठन (Yogi Adityanath Hindu Yuva Vahini)
हिन्दू युवा वाहिनी योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित केवल हिन्दुओं का संगठन है. इस संगठन पर पुलिस ने सन 2005 में मउ में हुए दंगों का आरोप लगाया. इस दंगे में ये हिन्दू दल मुख़्तार अंसारी नाम के एक विधायक, जिस पर भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक कृष्णानंदा राय की हत्या का आरोप था, के विरोध में दंगा किया था. इसके साथ ही हिन्दू युवा वाहिनी पर 2007 में गोरखपुर दंगे का भी आरोप लगा.
योगी आदित्य नाथ राजनैतिक करियर (Yogi Adityanath Political Career)
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा चुनाव जीतकर राजनीति में प्रवेश किया। उस समय मात्र 26 वर्ष की उम्र में वे देश के सबसे युवा सांसदों में से एक बने। अपने पहले कार्यकाल (1998-99) में उन्होंने खाद्य, नागरिक आपूर्ति, चीनी एवं खाद्य तेल विभाग और गृह मंत्रालय की समितियों में काम किया।
1999 में वे फिर से 13वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए और उन्हीं संसदीय समितियों में कार्यरत रहे। इसके बाद 2004 में वे तीसरी बार गोरखपुर से सांसद बने और अपने पूर्व कार्यों को जारी रखा। 2009 में 15वीं लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर वे परिवहन, पर्यटन और संस्कृति की संसदीय समिति के सदस्य बने।
2014 में उन्होंने लगातार पांचवीं बार गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीता और भाजपा के एक प्रमुख नेता के रूप में उभरे। लेकिन उनका सबसे बड़ा राजनीतिक परिवर्तन 2017 में हुआ, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल की और योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया।
2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा को जीत दिलाई और लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। 2025 तक, योगी आदित्यनाथ भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण नेता बने हुए हैं। उनके कार्यकाल में कानून-व्यवस्था, धार्मिक पर्यटन, आधारभूत संरचना विकास और हिंदुत्व विचारधारा को प्राथमिकता दी गई। उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे, डिफेंस कॉरिडोर और निवेश शिखर सम्मेलन जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट पूरे किए गए हैं।
राजनीति के अलावा, वे गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर भी हैं। महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद उन्होंने इस पद को संभाला। हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा में उनका प्रभाव मजबूत बना हुआ है और वे भाजपा में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
राजनैतिक विवादों में आदित्यनाथ (Yogi Adityanath Controversies)
योगी आदित्यनाथ पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इन मामलों में कुछ दंगे भड़काने का आरोप, हत्या की कोशिश, बहुत खतरनाक हथियारों को रखने का आरोप, ग़ैर क़ानूनी तरह से सभा लगाना आदि है. इसके अलावा इन पर और भी आरोग लगाये गए.
धर्मान्तरण –
सन 2005 में योगी आदित्यनाथ पर क्रिस्टियन लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा था. इन पर आरोप था कि ये ईसाई धर्म के लोगों को किसी विशेष तरह से हिन्दू धर्म में बदलने की कोशिश कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के एटा नामक जगह पर इन्होने लगभग 1800 ईसाइ धर्म के लोगों को हिन्दू धर्म में परिवर्तित कर दिया था.
दंगे और गिरफ्तारियां –
जनवरी 2007 में हिन्दुओं और मुस्लिमो के बीच मुहर्रम के दौरान एक तकरार हुई थी. इस तकरार में युवा वाहिनी का एक सदस्य राज कुमार अग्रहरी भी था. उस क्षेत्र के जिलाधीश ने योगी से बात की और उन्हें उस जगह पर न जाने को कहा.
शुरू में योगी मान गये पर इसी दौरान इस तनाव में अग्रहरी की मृत्यु हो गयी. इस घटना से उत्तेजित होकर योगी मजिस्ट्रेट की बात न मान कर अपने अनुयायीओं के साथ उस तकरार वाली जगह पर पहुँच गये. आदित्य नाथ ने पहले तो एक अहिंसक धरना दिया, लेकिन योगी की बातों ने उनके कुछ अनुयायियों को भड़का दिया, और उन लोगों ने मिलकर वहाँ पर स्त्थित एक मज़ार में आग लगा दी.
इसके बाद पूरे क्षेत्र में लोकल पुलिस द्वारा कर्फ्यू लग गया, योगी ने इस कर्फ्यू को भी नहीं माना, और उन्हें इंडियन पेनल कॉड की धारा 151A , 146, 279, 506 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया. इस गिरफ्तारी से क्षुब्ध होकर हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्यों ने मुंबई – गोरखपुर एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे जला डाले.
इस घटना के बाद वहाँ के तात्कालिक ज़िलाधिकारी और लोकल पुलिस चीफ़ का तबादला कर दिया गया. उसके बाद गोरखपुर में कई मस्जिदों, घरो, बसों, ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया. जेल से छूटने के बाद योगी ने अपनी गिरफ्तारी का विरोध लोकसभा में भी किया.
योगी आदित्यनाथ के विवादास्पद बयान (Yogi Adityanath Controversial Statements)
योगी आदित्यनाथ ने कुछ विवादास्पद बयान भी दिए, जो इस प्रकार हैं –
योग पर –
9 जून 2015 को योगी जी ने उन लोगों को अपना निशाना बनाया, जो लोग योग नहीं करते या योग में सूर्यनमस्कार नहीं करते. उन्होंने सभी सूर्य नमस्कार न करने वालों को कहा कि सूर्य नमस्कार का विरोध करने वाले या सूर्य नमस्कार न करने वाले को भारत में रहने का कोई हक़ नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी उन लोगों से गुजारिश है, जो लोग सूर्य में भी हिन्दू – मुस्लिम देखते हैं उन्हें डूबकर मर जाना चाहिए.
शाहरुख़ खान पर –
मीडिया में असहिष्णुता के तर्क- वितर्कों के दौरान योगी जी ने बॉलीवुड हीरो शाहरुख़ खान की तुलना आतंकवादी हाफ़िज़ सईद से की. असहिष्णुता पर शाहरुख़ के बयान को सुनकर उन्होने कहा कि शाहरुख़ को इस देश में बहुसंख्यक समुदाय का ध्यान रखना चाहिए. देश ने उन्हें स्टार बनाया है. यदि देश के लोग उनकी फिल्मे देखना छोड़ दें, तो शाहरुख़ को गलियों में घूमना पड़ेगा.
योगी आदित्य नाथ का भाजपा से सम्बन्ध (Yogi Adityanath BJP)
योगी काफ़ी लम्बे समय से भाजपा से सम्बन्ध रखते हैं. 2006 में उन्होंने गोरखपुर में एक विराट हिन्दू सम्मलेन का आयोजन किया था. इसी समय लखनऊ में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारी बैठक रखी थी. इस दौरान 2007 में उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी और योगी के बीच तनाव देखा गया. हालाँकि बाद में सब सामान्य हो गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 15 बड़े फ़ैसले (Yogi Adityanath 15 Major Decisions)
उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए काम करने का संकल्प लिया है।
शपथ लेने के बाद अपने पद पर पहले दिन, फायरब्रांड नेता, जो अब देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में 47 सदस्यीय मंत्रिमंडल का नेतृत्व करते हैं, ने लखनऊ में शीर्ष नौकरशाहों की एक बैठक की अध्यक्षता की और उन्हें सुशासन के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए कहा। इसके अलावा, उन्होंने उनसे अपने चुनावी घोषणा पत्र में भाजपा द्वारा किए गए वादों को पूरा करने के लिए कहा। दूसरे दिन, मुख्यमंत्री दिल्ली में थे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित कई केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की।
उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही में भी भाग लिया और उत्तर प्रदेश को भ्रष्टाचार और दंगों से मुक्त करने का संकल्प लेते हुए सदन को संबोधित किया। उन्होंने विकास का एक नया मॉडल बनाने का भी वादा किया जो रोजगार के अवसर पैदा करेगा, इस प्रकार युवाओं को आजीविका की तलाश में दूसरे राज्यों में जाने से रोकेगा।
3 दिन, आदित्यनाथ लोक भवन पहुंचे जहां सीएम का कार्यालय स्थित है। यहां उन्होंने औपचारिक रूप से गौ तस्करों पर कार्रवाई सहित कई आदेश पारित किए।
यूपी के 21वें मुख्यमंत्री द्वारा अब तक लिए गए कुछ फैसलों की सूची इस प्रकार है:
1. पहले ही दिन मुख्यमंत्री ने अवैध बूचड़खानों पर नकेल कसने के भाजपा के वादे को पूरा किया. दो बूचड़खाने – रामबाग और अटाला बूचड़खाने (दोनों इलाहाबाद में) को सील कर दिया गया।
साथ ही गाजियाबाद जिले के डासना में भी एक बूचड़खाने में ताला लगा होने की खबर है. वाराणसी में कथित तौर पर अवैध रूप से चलाए जा रहे एक बूचड़खाने को सील कर दिया गया. राजधानी लखनऊ में अधिकारियों ने कल अवैध रूप से चल रही कई मीट की दुकानों को सील कर दिया।
2. शीर्ष नौकरशाहों के साथ अपनी पहली बैठक में, नए सीएम ने पुलिसकर्मियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि एक सप्ताह के भीतर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार हो।
3. राज्य में वीआईपी संस्कृति पर नकेल कसते हुए, सीएम ने आदेश दिया कि राज्य में किसी भी मंत्री को वाहनों के ऊपर लाल बत्ती का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसी तरह के कदम को पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने सीएम के रूप में शपथ लेने के बाद मंजूरी दी थी।
4. योगी आदित्यनाथ ने बैठक में भाग लेने वाले अधिकारियों को 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के विजन दस्तावेज – संकल्प पत्र – के साथ सौंप दिया और उन्हें दस्तावेज का अध्ययन करने और इसके त्वरित और पूर्ण कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कहा। यूपी के नए सीएम ने कहा कि राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रम पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट के अनुरूप होने चाहिए।
5. उन्होंने वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने वाली घटनाओं में समय पर पुलिस हस्तक्षेप के लिए सोशल मीडिया की प्रभावी निगरानी करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने सभी अधिकारियों से महिलाओं के इलाज के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलने की भी अपील की और महिला सुरक्षा से संबंधित मामलों में जीरो टॉलरेंस की मांग की।
6. योगी आदित्यनाथ ने पिछली सपा सरकार द्वारा विभिन्न विभागों और निगमों में नियुक्त सभी सलाहकारों, उपाध्यक्षों और अध्यक्षों की सेवाएं भी बंद कर दीं. इन सलाहकारों को बेलगाम शक्तियां प्राप्त थीं, कभी-कभी मंत्री के बराबर।
7. इलाहाबाद में बसपा के एक नेता की हत्या का जिक्र करते हुए सीएम ने डीजीपी जावीद अहमद को दोषियों को गिरफ्तार करने और 15 दिनों के भीतर राज्य में कानून व्यवस्था नियंत्रण बहाल करने का खाका तैयार करने का निर्देश दिया. उन्होंने पुलिस और प्रशासन से संबंधित मामलों में किसी भी स्तर पर राजनीतिक हस्तक्षेप को समाप्त करने का भी आह्वान किया।
8. सीएम ने सभी मंत्रियों से अगले 15 दिनों के भीतर अपनी आय का खुलासा करने और सीएम सचिवालय और भाजपा कार्यालय को विवरण प्रस्तुत करने को भी कहा था।
9. सीएम ने सभी मंत्रियों को कोई भी गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के खिलाफ आगाह किया, जिससे राज्य में किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।
10. उनके कार्यालय के दूसरे दिन, उत्तर प्रदेश ने छेड़खानी को रोकने के लिए लखनऊ क्षेत्र के 11 जिलों में ‘एंटी-रोमियो दस्ते’ के गठन के आदेश जारी किए, जैसा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था।
11. अपने कार्यालय के तीसरे दिन मुख्यमंत्री ने औपचारिक रूप से पुलिस अधिकारियों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में संचालित अवैध बूचड़खानों और मांस की दुकानों को बंद करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया.
12. एक पुजारी और धर्मनिष्ठ गौ-सेवक आदित्यनाथ ने भी गायों की तस्करी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया। उन्होंने जिला पुलिस प्रमुखों से ऐसी अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाने को कहा।
13. उन्होंने छेड़खानी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए पुलिस को और अधिक सतर्क रहने को कहा।
14. सीएम आदित्यनाथ ने मंगलवार को केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा से मुलाकात की थी और अयोध्या में विशाल रामायण संग्रहालय के निर्माण पर चर्चा की थी. माना जा रहा है कि राज्य सरकार ने इसके लिए 25 एकड़ जमीन को मंजूरी दी है। महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए केंद्र पहले ही 154 करोड़ रुपये का कोष आवंटित कर चुका है।
15. बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले का दुरुपयोग कर रहे गौरक्षकों से सख्ती से निपटने के लिए सीएम आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए.
योगी आदित्यनाथ 2022 चुनाव में
जैसा कि हमने आपको बताया कि योगी आदित्यनाथ जी ने अब दूसरी बार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री की बागडोर संभालेंगे. इनकी दोबारा जीत में इतिहास रच दिया है. पूरे 37 साल बाद ऐसा हुआ है कि उत्तरप्रदेश में दूसरी बार उसी सरकार ने राज किया हो. जल्द ही ये मुख्यमंत्री पद की दोबारा शपथ ग्रहण करेंगे. अब देखना यह होगा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य ने जिस तरह से पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर जो प्रदर्शन किया था वाही अब दोबारा करते हैं या नहीं.
FAQ
Q : योगी आदित्यनाथ का पूरा नाम क्या है ?
Ans : अजय सिंह बाद में महंत योगई आदित्यनाथ
Q : योगी आदित्यनाथ की शिक्षा कितनी है ?
Ans : गणित में स्नातक (बीएससी)
Q : योगी आदित्यनाथ के कितने भाई है ?
Ans : 3, 1 बड़े 2 छोटे
Q : योगी आदित्यनाथ की पत्नी का नाम क्या है ?
Ans : शादी नहीं हुई.
Q : योगी आदित्यनाथ के पिता का क्या नाम है ?
Ans : आनंद सिंह बिश्त
Q : योगी आदित्यनाथ का क्रिमिनल रिकॉर्ड क्या है ?
Ans : राजनीतिक विवादों से घिरे रहने के कारण इन पर कुछ क्रिमिनल रिकॉर्ड भी हैं.
Q : योगी आदित्यनाथ का पर्सनल कांटेक्ट नंबर क्या है ?
Ans : 2289017,2289010
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